अयोध्या जिले के तारुन पुलिस की मनबढ़ कार्यशैली के खिलाफ थाने में प्रदर्शन,पीड़ित परिजन,अधिवक्ताओं व ग्रामीणों में दिखा आक्रोश
सीओ बीकापुर समेत कई थाने की फोर्स के सामने लगे मुर्दाबाद के नारे।
जानलेवा हमले के आरोपियों को पांच दिन बाद भी नहीं कर सकी अरेस्ट,फूटा आक्रोश।
(प्रदीप पाण्डेय, संवाददाता)अयोध्या के तारुन थाना क्षेत्र में शिव कुमार वर्मा पर हुए हमले के विरोध में पटेल समाज के अधिवक्ताओं ने रविवार को तारुन थाने का घेराव किया। उन्होंने हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
अधिवक्ताओं ने तारुन थाना प्रभारी पर हमलावरों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग की। वकीलों का कहना था कि पुलिस नामजद आरोपी सहित अन्य हमलावरों को गिरफ्तार करने में विफल रही है, जिससे उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
शिव कुमार वर्मा पर यह हमला 8 दिसंबर को हुआ था, जब वह अपनी डेयरी पर दूध देने जा रहे थे। बाइक सवार हमलावरों ने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से उन पर हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

इस मामले में घायल शिव कुमार वर्मा की पत्नी संगीता वर्मा ने नागेंद्र तिवारी के खिलाफ तारुन थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।प्रदर्शनकारी वकीलों ने पुलिस को घटना का खुलासा करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए चार घंटे की मोहलत दी। इसके बाद ही मामला शांत हुआ। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि चार घंटे के भीतर गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे दोबारा थाने पर धरना प्रदर्शन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

थाना घेराव के दौरान हाईकोर्ट के अधिवक्ता कुमर अभिजय पटेल, शनि पटेल, विकास पटेल, देवेश कुमार, प्रमोद कुमार, चंद्र प्रकाश वर्मा, गौरव सिंह पटेल और वीरेंद्र पटेल सहित कई अन्य अधिवक्ता मौजूद थे।








